जनवरी :वर्ष के प्रारम्भ में राशि में सूर्य का गोचर दशम भाव में होने की वजह से कार्यो के प्रति सकारात्मक रुख रहेगा जिसकी वजह से कार्यो के प्रति के उत्त्साह बना रहेगा और किसी अपने निकटतम बंधू से सहयोग की अपेक्षा रहेगी ,लेकिन वही मंगल के अष्टम भावगत होने की वजह से स्वस्थ्य के प्रति सचेत रहना पड़ेगा और देवगुरु बृहस्पति किसी न किसी रूप में लाभ का राष्ट देते जाएन्गे ,मास उत्तरार्ध में राशि स्वामी मंगल भाग्य स्थान में जायेंगे जिसकी वजह से रुके हुए कार्य आरम्भ हो जायेंगे और मंगल शुक्र के साथ योग बनैंगे जिसकी वजह से रिश्तो में मधुरता आएगी टूटे हुए रिश्ते फिर से सामान्य होंगे
फरवरी :इस मॉस का आरम्भ शादी विवाह और मांगलिक कार्यो द्वारा होगा ,ग्रहो की अनुकूलता की वजह से व्यवसाय में लाभ का योग रहेगा ,अष्टम केतु स्वास्थ्य को लेकर असमंजस की स्थिति उत्पन्न करेगा ,खर्चो की अधिकता बढ़ेगी लेकिन मास उत्तरार्ध में सूर्य देव गुरु बृहस्पति से लाभ भाव में योग बनाएंगे जिसकी वजह से जीविका के क्षेत्र में उन्नति होगी रोजगार की प्राप्ति होगी , दशमेश शनि स्वग्रही रहेंगे और बुध के साथ योग रहेगा जिसकी वजह से कुछ नया प्लानिंग होगी जिसमे आपको सफलता भी प्राप्त होगी लेकिन किसी न किसी सम्बन्धी की अनिष्ट का समाचार प्राप्त होगा जिससे मन व्याकुल होगा
मार्च : मास के आरम्भ में राशि से दशम भाव में पंचग्रही योग बन रहा है जो आपको बहुत सारी प्रस्थितियो से सामना करवयेगा , लेकिन राशि स्वामी के उच्च के होने की वजह से उत्साह बना रहेगा स्वास्थ्य सही रहेगा ,इस माह में थोड़ा मानसिक तनाव बढ़ेगा। विरोधी भी सक्रिय हो जायेंगे, जो कि प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रुप से जातक पर दबाव बना सकते है। किसी बड़ी प्रतियोगिता में सफलता न मिलने से थोड़ा मायूसी का भाव बढ़ेगा, लेकिन साहस बनायें रखें। आने वाले समय में स्थितियां पटरी पर आयेगीं। व्यवसायिक दृष्टि से उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। सोच-समझकर पैसा लगायें नहीं तो बड़ी परेशानी का योग बन सकता है।
अप्रेल :मॉस के आरम्भ में मंगल उच्च के रहेंगे जिसकी वजह से आय के साधनो में सुधर होगा ,कार्यक्षेत्र में कुछ नया परिवर्तन होने की वजह से मान प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी ,लेकिन फिर भी अनावश्क प्रकार की उलझनों एवं परेशानियों का भी प्रभाव रहेगा ,मासांत में शनि का राशि परिवर्तन बह आपको प्रभावित करेगा लेकिन विपरीत परिस्थितियां जातक को तनाव दे सकती है पारिवारिक जीवन में सुखद वातावरण रहेगा पूर्व में की गयी योजनाए क्रियावन्ती होंगी , अत्यधिक खर्च करने से बचना चाहिए मास के अंत में खर्चे की अधिकता रहेगी जिसकी वजह से मन चिंतित रहेगा।
मई :मासारम्भ से ही शनि लाभ भाव में गोचर करेंगे जो की आपके लिए हितकारी है लेकिन उनकी नीच दृष्टि भी मेष राशि को प्रभावित करेगी जिसकी वजह से स्वास्थ्य सम्बन्धी चिंता उत्पन्न होगा। मन जायदा चंचल रहेगा लेकिन राशि स्वामी मंगल के साथ होने की वजह से कुछ सकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिलेगा वही 17 मई से मंगल द्वादश भाव में जायँगे जिसकी वजह से आर्थिक स्थिति प्रभावित होगा लेकिन व्यवस्थ अनुकूल होने की वजह से संतुष्ट रहेंगे।
जून : जून माह आपके लिए तनाव देगा क्यों की देवगुरु बृहस्पति और राशि स्वामी मंगल बारहवे भाव में होने की वजह से खर्चे की अधिकता बनाए रखेंगे व्यवसायी लोग तनाव में रहेंगे ,कुछ कार्यो में विलम्ब की वजह से तनाव होगा ,लम्बी यात्रा से यथासंभव बचे। ईष्ट मित्रों का निरन्तर सहयोग बना रहेगा। पढ़ाई-लिखाई में भी मन लगेगा। किसी प्रतियोगिता परीक्षा में सफल होने का योग बन सकता है।
जुलाई :इस माह में राशि स्वामी मंगल खुद अपनी राशि में राशिगत होंगे जिससे पुरुषार्थ और प्राकर्म में वृद्धि होगी यह माह जातक के लिए बहुत अनुकूल रहेगी। जातक का महत्व बढ़ेगा। घर परिवार की समस्यायें भी दूर होगीं। कई बड़े एवं महत्वपूर्ण कार्य पटरी पर आयेंगे। जातक अपने साहस एवं उद्यम से कोई बड़ा कार्य करने में सफल हो सकता है विरोधी परास्त होगें। जातक यदि किसी प्रतियोगी परीक्षा में होगा तो उसे बड़ी सफलता मिल सकती है। घूमने फिरने या देश-विदेश की यात्रा का अवसर जातक को मिल सकता है।अदालती कार्यों से जुड़े लोगों के लिए समय अनुकूल है।
अगस्त : मास के आरम्भ में मंगल और राहु का योग अंगारक योग बना रहा है जिसकी वजह से अधिक परिश्रम करने के बाद भी आपको अनुकूल परिणाम नहीं प्राप्त होगा ,स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना अति आवश्यक होगा पेट से सम्बंधित रोग स्वाभाविक है ,अत्यधिक क्रोध से बचेंगे , विरोधी भी सक्रिय रहेंगे। इसलिए सावधानी बनायें रखें। लड़ाई-झगड़े से बचें। नहीं तो कोर्ट कचहरी तक मामला जा सकता है।व्यर्थ की भागदौड़ से बचे।
सितम्बर :राहु के कारण कुछ मानसिक परेशानिया उभर कर सामने आएँगी ,लेन-देन से बचें, नहीं तो आर्थिक हानि का योग बन सकता है,सोच-समझकर निर्णय लें और सही दिशा में कार्य करने का प्रयास करें खर्चे की अधिकता होने की वजह से मन तनाव , व्यर्थ विवाद से बचने का प्रयास करे , पारिवारिक वातावरण तनाव उत्पन्न हो सकता है , दांतो पर आँखों पर विशेष ध्यान देना है।
अक्टूबर : यह मास थोड़ा संघर्षपूर्ण रहेगा जिसकी वजह से मानसिक परेशानी बानी रहेगी , लेकिन इसके वावजूद भी धन लाभ सामान्य रहेगा , लेकिन राशि स्वामी मंगल तृत्य भाव में होने की वजह से प्रकाराम में वृद्धि रहेगी विपरीत परिस्थितियो में भी सहस बानी रहेगी मध्योपरांत सूर्य उच्च दृष्टि से राशि को देखेंगे जिसकी वजह से अपने नए प्रयोजन में या कार्यो में सफलता प्राप्त कर पाएंगे। यात्रा का योग भी बनेगा
नवंबर : इस माह में सूर्य बुध शुक्र की दृष्टि राशि पर होगी जिसकी वजह से आपके किए हुए कार्यो में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होगा धन लाभ होगा व्यवसाय में विस्तार का योग है ,अपने से बड़ो लोगो का सहयोग आपको सफलता प्राप्त करवाएगा लेकिन इसके बावजूद आपके स्वभाव में तेजी और उग्रता बानी रहेगी जिसे सतर्क रहना है ,
दिसम्बर :इस मास में मंगल वक्री होंगे जिसकी वजह से पारिवारिक उलझने बढ़ेगी ,कुछ आप के द्वारा सोची हुई योजनाओ में विघ्न उत्पन्न होगा ,नौकरी वाले लोग नौकरी में परिवर्तन एक न सोचे नहीं तो नुक्सान हो जायेगा। स्वस्थ्य के प्रति सचेत रहना होगा , घर परिवार में किसी की स्वास्थ्य की वजह से तनाव उत्पन्न होगा।
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